BIGNEWS:- RAJASTHAN की सड़कों पर दौड़ेगी नई तकनीक की बीएस 6 बस, जानिए खासियत
जयपुर सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय
- 1 अक्टूबर से नए उत्सर्जन मानक BS-6 को लागू करने के लिए एक अधिसूचना जारी की।
- RAJASTHAN रोडवेज भी BS-6 बसों को बेड़े में शामिल करने की योजना तैयार कर रहा है
- इससे रोडवेज विभाग और रोडवेज यात्रियों को भी फायदा होगा।
- नई बीएस -6 की बसें साफ-सुथरी, अच्छी सीट, यात्रियों के बैठने के लिए आरामदायक
- और कम प्रदूषण रहित होंगी, जिससे रोडवेज यात्रियों का सफर आसान और सुविधाजनक हो जाएगा।
इसे देखे – TOYTO ने लॉन्च की सबसे छोटी इलेक्ट्रिक कार, एक चार्ज पर चलती है 150 किमी, ये है कीमत और फीचर्स
बीएस -6 की वाहन पहचान संख्या प्लेट पर हरे, नारंगी पट्टी में होगी। वायु प्रदूषण 70 प्रतिशत तक कम हो जाएगा। बीएस -6 बसों से अधिक महीने भी मिलेंगे।

अगर राजस्थान रोडवेज के सीएमडी की मानें तो राजस्थान रोडवेज की राज्य में हर दिन दो बसें हैं, तो हर साल 700 बसों का संचालन किया जाता है। बसों के संचालन के कारण रोडवेज की यात्रा आसान और सुविधाजनक नहीं होगी। वाहन होने के कारण पुरा में ईंधन की खपत अधिक है, रखरखाव अधिक है और किलोमीटर भी अधिक हैं। ऐसे में रोडवेज को काफी नुकसान झेलना पड़ता है, जिसके कारण कर्मचारियों को समय पर उनकी सैलरी भी नहीं मिलती,
इसे देखे –Gold Plated Burger कभी खाया है सोने का बर्गर? जानिए 24 कैरेट गोल्ड से बने इस बर्गर की कीमत
ऐसे में अगर रोडवेज में नए उत्सर्जन मानक बीएस -6 बसों को शामिल किया
- रोडवेज विभाग को होने वाली लागत भी कम हो जाएगी।
- इसके लिए रोडवेज बोर्ड में बीएस -6 की 550 बसों को शामिल किया जा रहा है।
- बीएस -6 बसों के जुड़ने से यात्रियों को सुगम यात्रा मिलेगी।
- RAJASTHAN रोडवेज विभाग ने पिछले साल 800 बीएस -4 बसें खरीदी थीं।
- विभाग को 1100 बसें खरीदनी थीं, लेकिन केवल 800 बसें खरीदने में सक्षम थी,
NEWS JUST IN: Mahindra Trucks & Buses unveils BS-VI ready Cruzio ICV bus. Full info here https://t.co/bD8iwc3lwu pic.twitter.com/GtNL0wdhha
— Autocar Professional (@autocarpro) July 25, 2019
जो शेष बसों को मंथन कर रही है, लेकिन उससे पहले बीएस -6 बसों को खरीदने की योजना बना रही है। राजस्थान राज्य के अलावा, बीएस -6 बसों के लिए निविदाएं गुजरात राज्य में भी दी गई हैं। इसके अलावा देश के अन्य राज्यों में भी बीएस -6 बसों की खरीद पर विचार किया जा रहा है।
इसे देखे – दुनिया की सबसे सस्ती इलेक्ट्रिक बाइक भारत में हुई लांच लाइसेंस की जरूरत नहीं, आइए जानें
बीएस -6 के साथ, वाहनों की इंजन क्षमता बढ़ जाएगी
- उत्सर्जन कम हो जाएगा। ईंधन क्षमता में वृद्धि होगी, जिसके कारण रोडवेज विभाग को अच्छी औसत
- बसें मिलेंगी। बीएस -6 बसें माइलेज का दावा फर्जी नहीं कर सकेंगी।
- राजस्थान रोडवेज में बीएस -6 बसों को शामिल किए जाने से राज्य में प्रदूषण 70 प्रतिशत
- तक कम हो जाएगा, जिससे पुराने बसों से होने वाले प्रदूषण से राहत मिलेगी।

परिवहन विशेषज्ञ का कहना है कि बीएस -6 को कई साल पहले यूरोप और ऑस्ट्रेलिया में लागू किया गया है। ये देश बीएस -7 की ओर बढ़ रहे हैं। इससे शहरों का प्रदूषण 40 से 50 प्रतिशत तक कम हो गया है।
इसे देखे – दुनिया की सबसे सस्ती इलेक्ट्रिक बाइक भारत में हुई लांच लाइसेंस की जरूरत नहीं, आइए जानें